مسلم ہیں مگر صاحبِ ایمان نہیں ہیں۔
جو موت سے ڈرتے ہیں مسلمان نہیں ہیں۔
मुस्लिम हैं मगर साहब ए ईमान नहीं हैं।
जो मौत से डरते हैं मुसलमान नहीं हैं।
ہشیار ! مسلمانوں کا طوفان اٹھا ہے،
اسلام سے ٹکرانے کو شیطان اٹھا ہے،
بوجہل، دیانند کا سنتان اٹھا ہے،
توحید پرستوں ابو سفیان اٹھا ہے۔
یہ بھیڑیے ہیں بھیڑیے، انسان نہیں ہیں۔
جو موت سے ڈرتے ہیں مسلمان نہیں ہیں۔
होशियार ! मुसलमानों का तूफ़ान उठा है,
इस्लाम से टकराने को शैतान उठा है,
बूजहल, दयानन्द का संतान उठा है,
तौहीद परस्तों अबू सूफ़ियान उठा है।
ये भेड़िये हैं भेड़िये, इंसान नहीं हैं।
जो मौत से डरते हैं मुसलमान नहीं हैं।
ہے یاد ہمیں اپنی وہ تاریخ پرانی،
وہ آبا و اجداد کی سب سچی کہانی،
ہر شہر میں ہر گاؤں میں ہے انکی نشانی،
وہ لال قلعہ، تاج محل شاہجہانی۔
تم ہم کو مٹا دوگے یہ آسان نہیں ہے۔
جو موت سے ڈرتے ہیں مسلمان نہیں ہیں۔
है याद हमें अपनी तवारीख़ पुरानी,
वो आबा व अजदाद की है सच्ची कहानी,
हर शहर में हर गांव में है उनकी निशानी,
वो लाल क़िला, ताज महल शाहजानी।
तुम हमको मिटा दोगे ये आसान नहीं है।
जो मौत से डरते हैं मुसलमान नहीं हैं।
وہ سندھ پہ قاسم کی یلغار کو دیکھو،
وہ خلجی و محمود کی ہر وار کو دیکھو،
وہ شیر جواں بابری سالار کو دیکھو،
ائے دشمنوں تم اب میری تلوار کو دیکھو۔
ہم زندہ و جاوید ہیں بےجان نہیں ہیں۔
جو موت سے ڈرتےہیں مسلمان نہیں ہیں۔
वो सिंध पे क़ासिम की यलग़ार को देखो,
वो ख़िलजी व महमूद की हर वार को देखो,
वो शेर जवां बाबरी सालार को देखो,
ऐ दुश्मनों तुम अब मेरी तलवार को देखो।
हम ज़िंदा व जावेद हैं बे-जान नहीं हैं।
जो मौत से डरते हैं मुसलमान नहीं हैं।
جب وادئی کشمیر سے منصور اٹھےگا،
ہے ہند کے پردے میں جو مسطور اٹھےگا،
تطہیر کا وہ ہاشمی مزدور اٹھےگا،
جو اول و اخر ہے وہی نور اٹھےگا۔
سلطان کے سلطان کے سلطان وہی ہیں۔
جوموت سےڈرتے ہیں مسلمان نہیں ہیں۔
जब वादी ए कश्मीर से मंसूर उठेगा,
है हिन्द के परदे में जो मसतूर उठेगा,
ततहीर का वो हाशमी मज़दूर उठेगा,
जो अव्वल व आख़िर है वही नूर उठेगा।
सुल्तान के सुल्तान के सुल्तान वही हैं।
जो मौत से डरते हैं मुसलमान नहीं हैं।
✍🏻 کلام :- سرکار میم ہندیؒ شاہ محمد افضل حسین اجلؔ رحمتہ الله علیہ۔
پیشکش :- مرکزِ افضلیہ ایجوکیشن ٹرسٹ
نوادا بہار (انڈیا)
✍🏻 कलाम :- सरकार मीमहिन्दी शाह मोहम्मद अफ़ज़ल हुसैन “अजल” रहमतुल्लाह अलैेह।
पेशकश :- मरकज़ ए अफ़ज़लिया ऐजुकेशन ट्रस्ट
नवादा बिहार (इण्डिया)